सचतक न्यूज़ के फाउंडर मनीष कश्यप ने किया सरेंडर, EOU करेगी पूछताछ।

मनीष कश्यप तमिलनाडु केस के आलावा 7 और आपराधिक मामला बेतिया में दर्ज है। मनीष कश्यप ने पटना हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी लेकिन जमानत याचिका रद्द कर दी गई। 

मनीष कश्यप पर तमिलनाडु केस के अलावे बेतिया में 7 अपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 5 मामलों में चार्जशीट दायर है। मनीष ने पटना हाई कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी।  याचिका रद्द कर दिए जाने के बाद वह फरार चल रहे थे। कई मामलों में पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। पुलिस की दबिश बढ़ाए जाने के बाद उन्होंने सरेंडर कर दिया है।


सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय यूट्यूबर मनीष कश्यप के मझौलिया थाने के डुमरी महना स्थित घर की कुर्की पुलिस ने शनिवार को शुरू की।  पांच बजे से ही बड़ी संख्या में पुलिस बल, मजिस्ट्रेट के  साथ पुलिस अधिकारी उसके घर पर पहुंचने लगे।  तय समय पर कुर्की की कार्रवाई शुरू कर दी गई। इधर, पुलिस दबिश पर मनीष ने जगदीपुर थाने में सरेंडर कर दिया। एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडे ने बताया कि मनीष कश्यप फरार चल रहा था। उसके घर की कुर्की की गई। उसके बाद करीब नौ बजे उसने जगदीशपुर थाने में सरेंडर कर दिया। 

बता दें कि तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले का फर्जी वीडियो बनाकर वायरल करने में मनीष पर दो एफआईआर आर्थिक अपराध इकाई में दर्ज की गई है। वहीं फर्जी गिरफ्तारी दिखाने पर भी एक एफआईआर दर्ज है। यहीं नहीं मनीष सात क्रिमिनल केस बेतिया के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। पुलिस पहले से उसकी तलाश कर रही थी। तमिलनाडु मामले में नाम आने और आरोपी बनाए जाने के बाद पुलिस ने प्रेशर बढ़ा दिया था।


 चार बैंक खातों में जमा 42 लाख फ्रीज, गिरफ्तारी वारंट जारी।


बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने तमिलनाडु में बिहारियों के प्रति उपद्रव से जुड़े फर्जी वीडियो बनाने और वायरल करने के दो मुख्य आरोपियों मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी और युवराज सिंह राजपूत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट ले लिया है।इसके अलावा मनीष कश्यप और उसके यूट्यूब चैनल सच तक से संबंधित चार बैंक खातों में जमा कुल 42 लाख 11 हजार से अधिक राशि को भी फ्रीज कर दिया गया है। वारंट जारी होने के बाद मनीष कश्यप और युवराज की गिरफ्तारी के लिए पटना से लेकर दिल्ली समेत अन्य शहरों में  छापेमारी शुरू कर दी गई है। इन दोनों की तलाश में ईओयू की कई टीमें जुटी हुई हैं।